औरंगाबाद : कोरोना संसर्ग मामले बढने कि आशंका पर प्रशासन सतर्क, जिल्हाधिकारी ने दिए यह आदेश
कोवीड-१९ कि संभावना और उसकी दुसरी लहर आने को सामने रखते हुए कोरोना टेस्ट और जनजागृती का प्रमाण बढाने और कोरोना पर उपचार सुविधा पुरी क्षमता से जानेवारी २०२१ तक शुर रखने के आदेश औरंगाबाद के जिल्हाधिकारी सुनिल चव्हाण ने दिए है.
आपको बतादे कि औरंगाबाद जिल्हाधिकारी कार्यालय मे इस संदर्भ मे जिल्हाधिकारी सुनिल चव्हाण के नेतृत्व मे एक बैठक कि गई. जिसमे कोरोना कि आनेवाली दुसरी लहर को लेकर संतर्वâ और उपाय योजने के बारे मे चर्चा हुई. इस बैठक मे जिल्हाधिकारी सुनिल चव्हाण, मनपा आयुक्त आस्तिककुमार पाण्डे, जिल्हा परिषद केमुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मंगेश गोंदवले, अन्न औषध प्रशासन के सह आयुक्त ससंजय काळे, जिला नियोजन अधिकारी सुषाष झंजारे, घाटी अस्पताल कि डिन डॉ.कानन येळीकर, जिला शल्य चिकित्सक डॉ.सुदर कुलकर्णी, मनपा आरोग्य अधिकारी डॉ.निता पाडळकर, जिला आरोग्य अधिकारी डॉ.शेळके, घाटी अस्पताल औषध विभाग के डॉ.मिनाक्षी भट्ठाचार्य, के समेत कई अधिकारी इस बैठक मे शामील रहे है.
इस बैठक मे जिल्हाधिकारी (कलेक्टर) ने कहा है कि जिल्हाधिकारी कार्यालय, मनपा कार्यालय , जिला परिषद इन कार्यालयों मे आनेवाले सभी लोगो के आरटीपीसीआर टेस्ट कि शुरुवात कि जाएँगी. मनपा आयुक्त आस्तिककुमार पाण्डे ने जानकारी दी है कि कोमॉर्बिड मरीज देखरेख शुरु करके कोरोना से जो लोग ठिक हुए है उनके संपर्वâ मे रह कर उनके आरोग्य यानी तबियत कि खबर ली जारही है.
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