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MPSC कि तय्यारी करना है...बुक और नोट्स हॉस्टेल मे ही रह गए..औरंगाबाद ग्रामीण कि छात्रा ने जिल्हाधिकारी से लगाई मदत की गुहार

MPSC कि तय्यारी करना है...बुक और नोट्स हॉस्टेल मे ही रह गए..औरंगाबाद ग्रामीण कि छात्रा ने जिल्हाधिकारी से लगाई मदत की गुहार

औरंगाबाद : लॉकडाऊन कि हालत सभी को पता है. हर भारतीय इस दौर से गुजर चुका है या गुजर रहा है. लेकीन इस लॉकडाउन मे जहाँ व्यापारीयों का नुकसान हुआ है वही कई छात्रो का भी नुकसान हुआ है. औरंगाबाद डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ ग्रंथालय शास्त्र मे उच्च शिक्षण ले रही और साथ मे स्पर्धा परिक्षा कि तयारी कर रही छात्रा ने औरंगाबाद के जिल्हाधिकारी से मदत कि गुहार लगाई है उसने यह पत्र द लोकसवाल के वॉट्सअ‍ॅप और पेâसबुक पेज पर भेजा और कहा कि उन जैसी विद्यार्थीेंयों कि कोई मदत करे.

उसने पत्र मे लिखा है. कि वह शिक्षण के साथ साथ स्पर्धा परिक्षा कि तय्यारी भी कर रही है.शुरवात मे जब कोवीड-१९ कि महामारी सामने आयी तब  उन्हे उनके हॉस्टेल खाली करने के लिए कहा गया. लॉकडाउन कि समय तय न होने  के कारण कुछ ही पढाई कि सामग्री लेकर वह अपने गांव चिकलठाण तालुका कन्नड जि औरंगाबाद पर आगयी.  ऑनलाईन माध्यम द्वारा पढाई इतकी उपयुक्त नही है जितना कि नोटस और किताबे होती है. अब उनका हॉस्टेल डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा युनिवरसिटी मॅनोरिटी गल्र्स हॉस्टेल भी कोरंटाईन सेंटर बना दिया गया है. उन्होने जिल्हाधिकारी से मदत मांगते हुए लिखा है कि जिल्हाधिकारी कृपया करके उनके नोटस और किताबे जैसी सामग्री उन तक पहोचाए. ताकी वह अपनी एमपीएससी स्पर्धा परिक्षा कि तय्यारी कर सके छात्रा ने जानकारी दी है की उनके साथ २० से २५ छात्राओं की यही समस्या है.

पत्र में लिखा है 
मी प्रांजली चव्हाण डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठात ग्रंथालय शास्त्रात पदव्युत्तर शिक्षण घेत असून सोबतच स्पर्धा परिक्षेचा अभ्यास करते.परंतु covid - 19 या जागतिक आजाराचे संकट कोसल्यामुळे जगजीवन विस्कळीत झाले.अगदी सुरुवातीला हा आजार भारतात आल्यामुळे कुठल्याही गोष्टीची कल्पना नसताना आम्हाला हॉस्टेल खाली करण्यास सांगितले.त्यामुळे आम्ही अगदी थोडस स्टडी मटेरियल घेऊन गावाकडे आलो.आज किवा उद्या lockdawn संपेल व आम्ही परत जाऊ या आशेने अगदी 5 महिने झाले तरी अजून काही मार्ग निघालेला नाहीये.एमपीएससी च्या तारखा सुध्दा जाहीर झाल्या पण स्टडी मटेरियल हॉस्टेल वर अडकल य .ऑनलाईन माध्यम आहे पण ते तेवढं उपयुक्त नाहीये जेवढं की नोट्स किवा बुक्स असतील.आमचे हॉस्टेल पण quarantine साठी दिले कृपया तुम्ही काहीतरी मार्ग काढून आमचे बुक्स व स्टडी मटेरियल आम्हाला मिळेल याची व्यवस्था लवकरात लवकर करावी.सप्टेंबर मध्ये होणाऱ्या महाराष्ट्र लोकसेवा आयोगाच्या परीक्षे साठी तुम्ही केलेली ही मदत खूप महत्त्वाची ठरेल.कृपया दुर्लक्ष न करता काहीतरी मार्ग काढून आमच्या या समस्येचे निवारण करावे ही नम्र विनंती.
आपली आज्ञाधारक
प्रांजली चव्हाण.



लोकसवाल न्युज भी जिल्हाधिकारी से यह निवेदन करता है कि वह ऐसे छात्र-छात्राओं कि जरुर मदत करे ताकी यह छात्र देश के भविष्य को रोशन कर सके.

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